Thursday, December 26, 2013
Wednesday, December 25, 2013
Friday, December 20, 2013
Wednesday, December 18, 2013
Dr Ashok Lav and other poets at Old Age Home
Lioness Club Dwarka, organised a Poets-Meet at Old Age Home,Bindapur ,Dwarka,New Delhi on 18th December2013.
Dr Ashok Lav presided and Ashok Verma conducted the poets-meet. Anil Upadhyay, RK Mohan, Dr Prabodh Sagar, PB Mishra, recited their poems.
Mrs Vinita Chhabra and Bela Agarwal thanks poets and Old Age Home manager Mrs Vimla Chaudhry.
Dr Ashok Lav presided and Ashok Verma conducted the poets-meet. Anil Upadhyay, RK Mohan, Dr Prabodh Sagar, PB Mishra, recited their poems.
Mrs Vinita Chhabra and Bela Agarwal thanks poets and Old Age Home manager Mrs Vimla Chaudhry.
Monday, December 16, 2013
Prem Bihari Mishra's Birthday Celebrated
दिनेश चन्द माथुर
15 दिसम्बर 2013 को ‘सुख दुःख के साथी’ संस्था के सदस्यों के सानिध्य में
द्वारका के जाने माने समाज सेवी और कवि श्री प्रेम बिहारी मिश्र का जन्मदिन
हर्षौल्लास के साथ मनाया गया| इस अवसर पर श्री वीरेन्दर कुमार मन्सोत्रा,
श्री विजय सलूजा एवं कर्नल जिले सिंह ने स्वरचित कविताओं के माध्यम से श्री
मिश्र को जन्मदिन की शुभ कामनाएं प्रेषित कीं| श्री अनिल उपाध्याय ने उनके
संघर्ष पूर्ण जीवन की ओर इंगित करते हुए बहुत भावपूर्ण और सारगर्भित कविता
पाठ किया| वरिष्ठ साहित्यकार एवं सामाजिक कार्यकर्ता डॉ अशोक लव ने ‘सुख
दुःख के साथी’ संस्था की सामाजिक गतिविधिओं की प्रशंसा करते हुए संस्था के
कार्यकलापों में अपना यथासम्भव योगदान देने की इच्छा प्रकट की तथा संस्था
के कार्यकलापों एवं श्री मिश्र की प्रतिभा की प्रभावशाली शब्दों में
विवेचना की| श्री एच. सी. माथुर ने अपना शुभ कामना संदेश पढ़ा तथा
आमन्त्रित अतिथि, द्वारका फोरम के अध्यक्ष श्री सुशील कुमार ने श्री मिश्र
को शुभ कामना के साथ ‘सुख दुःख के साथी’ संस्था द्वारा की जा रही सामाजिक
सेवाओं की भूरि-भूरि प्रशंसा करते हुए कहा कि बुजुर्गों की यह संस्था उनके
लिए प्रेरणा का श्रोत है तथा उनकी संस्था ‘द्वारका फोरम’ हमेशा इस संस्था
के साथ कन्धे से कन्धा मिलाकर चलने की इच्छुक रहेगी|
श्री मिश्र ने स्वरचित कविता द्वारा सभी उपस्थित व्यक्तियों का आभार प्रकट किया|
गद्गद हृदय आज है मेरा, देख आपका इतना प्यार
मुझको बचपन याद दिलाता, ये भाव भरा व्यवहार मेरी साँसों में निर्मित होता, अब एक नया संसार
दिन दूना और रात चौगुना,यूँ ही बढ़ेगा अपना प्यार
आज आपने इन पुष्पों में,गूँथ दिए है कितने सपने
जैसे खुद घर आन मिलें, सदियों से बिछड़े अपने
आप सबने प्रियवर मुझको, इतना ऊँचा उठा दिया
एक ज़र्रे को जैसे पल में, आसमां पर बिठा दिया
आस्मान में चंदा सूरज, और जगमग करते तारे
इसी प्यार की लालसा में,इस धरती को ओर निहारें
शब्द नहीं हैं पास मेरे, कैसे प्रकट करूँ आभार
जीवनभर ना भूल सकूंगा, किया आपने जो सत्कार
Saturday, December 14, 2013
Poets Ashok Lav ,Binita Malik and Ashok Verma on Radio Dwarka
http://radiodwarka.com/ entertainment/first-edition- of-sahitya-samvaad-in-radi/ 1743
Kavi Goshthee on Radio Dwarka. Participants Ashok Lav,Binita Malik and Ashok Verma.
Conducted by Ashok Lav.
14th December 2013.Click on the link and listen.
Kavi Goshthee on Radio Dwarka. Participants Ashok Lav,Binita Malik and Ashok Verma.
Conducted by Ashok Lav.
14th December 2013.Click on the link and listen.
Friday, December 13, 2013
Tuesday, December 10, 2013
Ashok Lav's Laghukatha ' Chamelee Kee Chaay' on Radio Dwarka:
' रेडियो द्वारका ' से छह दिसंबर 2013 को वरिष्ठ साहित्यकार अशोक लव की लघुकथा 'चमेली की चाय ' का प्रसारण हुआ. यह अशोक लव के लघुकथा-संग्रह ; सलाम दिल्ली' में संकलित है.इसका वाचन विशाल गुप्ता ने किया. इसे निम्न लिंक पर जाकर सुना जा सकता है.
http://radiodwarka.com/entertainment/chameli-ki-chai-a-story-by-dr-ashok-la/1711
Saturday, November 23, 2013
National Law University:Poet Meet
नेशनल ला यूनिवर्सिटी नई दिल्ली
काव्य-कार्यशाला और
नाटकों का मंचन
नेशनल ला
यूनिवर्सिटी में दो दिवसीय काव्य-कार्यशाला और नाटक-मंचन समारोह आयोजित किया गया.17 नवंबर को ‘कविता और क़ानून’ विषय पर हुए आयोजन में वक्ताओं डॉ अशोक लव,डॉ
प्रसन्नांशु, डॉ विवेक गौतम,प्रेम बिहारी मिश्र और राकेश पांडेय ने विषय पर अपने
विचार प्रस्तुत किए. समस्त वक्ता इस विषय पर सहमत थे कि कविता और कानून दोनों ही
समाज के हित के लिए आवश्यक हैं.
विश्वविद्यालय के
प्रोफ़ेसर डॉ प्रसन्नांशु ने विद्यार्थियों और अन्य प्रतिभागियों को कविता लिखने के
लिए विषय दिया. इसका परिणाम उत्साहजनक रहा. अनेक प्रतिभागियों ने जीवन में पहली
बार कविताएँ लिखीं और मंच से सुनाईं. इंग्लिश और हिंदी भाषाओँ में लिखी
विद्यार्थियों की कविताओं पर अपनी समीक्षात्मक टिप्पणियों में वरिष्ठ कवियों ने
उनकी भरपूर प्रशंसा की.
दूसरे सत्र में
आमंत्रित कवि-कवयित्रियों ने कविता-पाठ किया. अशोक वर्मा, सुषमा भंडारी,प्रेम
बिहारी मिश्र,बिनीता मलिक,वीरेन्द्र कुमार मंसोत्रा,शोभना मित्तल और विजय सलूजा और
संयोजक डॉ प्रसन्नांशु ने अपनी कविताओं द्वारा दर्शकों को खूब प्रभावित किया.इन
कविताओं पर कार्यक्रम के अध्यक्ष डॉ अशोक लव ने अपने विचार रखते हुए कहा कि ये
कविताएँ सामयिक टो हैं ही इनके साथ मानवीय मूल्यों को स्थापित करने की प्रेरणा
देती हैं.उन्होंने अपनी कविताएँ सुनाईं. डॉ प्रसन्नांशु ने इन्हें मंत्र-मुग्ध
करने वाली कविताएँ कहा. प्रेम बिहारी मिश्र ने कार्यक्रम का प्रभावशाली संचालन
किया.
विश्वविद्यालय के
कुलपति प्रोफ़ेसर रणबीर सिंह के प्रोत्साहन से इसका आयोजन डॉ प्रसन्नांशु ने किया
जो स्वयं इंग्लिश और हिंदी के श्रेष्ठ कवि हैं.
18 नवंबर को इंग्लिश के चार नाटकों का मंचन किया गया.ये नाटक
थे-एंटीगोन, द मर्चेंट ऑफ वेनिस,प्रो अर्चिया,द बेनिफिट ऑफ डाउट. ‘क़ानून और
साहित्य’ विषय से संबंधित ये नाटक विद्यार्थियों द्वारा अभिनीत और निर्देशित थे,
जिन्हें दर्शकों ने खूब सराहा. विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार प्रो श्री कृष्णदेव
राव ने इन गतिविधियों में सक्रिय भाग लेने वाले विद्यार्थियों को बधाई दी और कहा
कि इनसे उनकी प्रतिभाओं को अभिव्यक्ति मिलती है.
इन नाटकों को
उपस्थित दर्शकों प्रेम बिहारी मिश्र,जसबीर सिंह,कैप्टन एस.एस.मान,प्रो के
कानन,बिनीता मलिक,जयश्री कानन,जे.पी.ध्यानी और डी.सी.माथुर आदि ने विशेष रूप से
सराहा और आयोजन के लिए विश्वविद्यालय के उपकुलपति,रजिस्ट्रार और डॉ प्रसन्नांशु की
प्रशंसा की.
National Law University Poetry Workshop
नेशनल ला यूनिवर्सिटी नई दिल्ली
काव्य-कार्यशाला और
नाटकों का मंचन
नेशनल ला
यूनिवर्सिटी में दो दिवसीय काव्य-कार्यशाला और नाटक-मंचन समारोह आयोजित किया गया.17 नवंबर को ‘कविता और क़ानून’ विषय पर हुए आयोजन में वक्ताओं डॉ अशोक लव,डॉ
प्रसन्नांशु, डॉ विवेक गौतम,प्रेम बिहारी मिश्र और राकेश पांडेय ने विषय पर अपने
विचार प्रस्तुत किए. समस्त वक्ता इस विषय पर सहमत थे कि कविता और कानून दोनों ही
समाज के हित के लिए आवश्यक हैं.
विश्वविद्यालय के
प्रोफ़ेसर डॉ प्रसन्नांशु ने विद्यार्थियों और अन्य प्रतिभागियों को कविता लिखने के
लिए विषय दिया. इसका परिणाम उत्साहजनक रहा. अनेक प्रतिभागियों ने जीवन में पहली
बार कविताएँ लिखीं और मंच से सुनाईं. इंग्लिश और हिंदी भाषाओँ में लिखी
विद्यार्थियों की कविताओं पर अपनी समीक्षात्मक टिप्पणियों में वरिष्ठ कवियों ने
उनकी भरपूर प्रशंसा की.
दूसरे सत्र में
आमंत्रित कवि-कवयित्रियों ने कविता-पाठ किया. अशोक वर्मा, सुषमा भंडारी,प्रेम
बिहारी मिश्र,बिनीता मलिक,वीरेन्द्र कुमार मंसोत्रा,शोभना मित्तल और विजय सलूजा और
संयोजक डॉ प्रसन्नांशु ने अपनी कविताओं द्वारा दर्शकों को खूब प्रभावित किया.इन
कविताओं पर कार्यक्रम के अध्यक्ष डॉ अशोक लव ने अपने विचार रखते हुए कहा कि ये
कविताएँ सामयिक टो हैं ही इनके साथ मानवीय मूल्यों को स्थापित करने की प्रेरणा
देती हैं.उन्होंने अपनी कविताएँ सुनाईं. डॉ प्रसन्नांशु ने इन्हें मंत्र-मुग्ध
करने वाली कविताएँ कहा. प्रेम बिहारी मिश्र ने कार्यक्रम का प्रभावशाली संचालन
किया.
विश्वविद्यालय के
कुलपति प्रोफ़ेसर रणबीर सिंह के प्रोत्साहन से इसका आयोजन डॉ प्रसन्नांशु ने किया
जो स्वयं इंग्लिश और हिंदी के श्रेष्ठ कवि हैं.
18 नवंबर को इंग्लिश के चार नाटकों का मंचन किया गया.ये नाटक
थे-एंटीगोन, द मर्चेंट ऑफ वेनिस,प्रो अर्चिया,द बेनिफिट ऑफ डाउट. ‘क़ानून और
साहित्य’ विषय से संबंधित ये नाटक विद्यार्थियों द्वारा अभिनीत और निर्देशित थे,
जिन्हें दर्शकों ने खूब सराहा. विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार प्रो श्री कृष्णदेव
राव ने इन गतिविधियों में सक्रिय भाग लेने वाले विद्यार्थियों को बधाई दी और कहा
कि इनसे उनकी प्रतिभाओं को अभिव्यक्ति मिलती है.
इन नाटकों को
उपस्थित दर्शकों प्रेम बिहारी मिश्र,जसबीर सिंह,कैप्टन एस.एस.मान,प्रो के
कानन,बिनीता मलिक,जयश्री कानन,जे.पी.ध्यानी और डी.सी.माथुर आदि ने विशेष रूप से
सराहा और आयोजन के लिए विश्वविद्यालय के उपकुलपति,रजिस्ट्रार और डॉ प्रसन्नांशु की
प्रशंसा की.
National Law University:Poetry Workshop and Dramatics
नेशनल ला
यूनिवर्सिटी में दो दिवसीय काव्य-कार्यशाला और नाटक-मंचन समारोह आयोजित किया गया.17 नवंबर को ‘कविता और क़ानून’ विषय पर हुए आयोजन में वक्ताओं डॉ अशोक लव,डॉ
प्रसन्नांशु, डॉ विवेक गौतम,प्रेम बिहारी मिश्र और राकेश पांडेय ने विषय पर अपने
विचार प्रस्तुत किए. समस्त वक्ता इस विषय पर सहमत थे कि कविता और कानून दोनों ही
समाज के हित के लिए आवश्यक हैं.
विश्वविद्यालय के
प्रोफ़ेसर डॉ प्रसन्नांशु ने विद्यार्थियों और अन्य प्रतिभागियों को कविता लिखने के
लिए विषय दिया. इसका परिणाम उत्साहजनक रहा. अनेक प्रतिभागियों ने जीवन में पहली
बार कविताएँ लिखीं और मंच से सुनाईं. इंग्लिश और हिंदी भाषाओँ में लिखी
विद्यार्थियों की कविताओं पर अपनी समीक्षात्मक टिप्पणियों में वरिष्ठ कवियों ने
उनकी भरपूर प्रशंसा की.
दूसरे सत्र में
आमंत्रित कवि-कवयित्रियों ने कविता-पाठ किया. अशोक वर्मा, सुषमा भंडारी,प्रेम
बिहारी मिश्र,बिनीता मलिक,वीरेन्द्र कुमार मंसोत्रा,शोभना मित्तल और विजय सलूजा और
संयोजक डॉ प्रसन्नांशु ने अपनी कविताओं द्वारा दर्शकों को खूब प्रभावित किया.इन
कविताओं पर कार्यक्रम के अध्यक्ष डॉ अशोक लव ने अपने विचार रखते हुए कहा कि ये
कविताएँ सामयिक टो हैं ही इनके साथ मानवीय मूल्यों को स्थापित करने की प्रेरणा
देती हैं.उन्होंने अपनी कविताएँ सुनाईं. डॉ प्रसन्नांशु ने इन्हें मंत्र-मुग्ध
करने वाली कविताएँ कहा. प्रेम बिहारी मिश्र ने कार्यक्रम का प्रभावशाली संचालन
किया.
विश्वविद्यालय के
कुलपति प्रोफ़ेसर रणबीर सिंह के प्रोत्साहन से इसका आयोजन डॉ प्रसन्नांशु ने किया
जो स्वयं इंग्लिश और हिंदी के श्रेष्ठ कवि हैं.
18 नवंबर को इंग्लिश के चार नाटकों का मंचन किया गया.ये नाटक
थे-एंटीगोन, द मर्चेंट ऑफ वेनिस,प्रो अर्चिया,द बेनिफिट ऑफ डाउट. ‘क़ानून और
साहित्य’ विषय से संबंधित ये नाटक विद्यार्थियों द्वारा अभिनीत और निर्देशित थे,
जिन्हें दर्शकों ने खूब सराहा. विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार प्रो श्री कृष्णदेव
राव ने इन गतिविधियों में सक्रिय भाग लेने वाले विद्यार्थियों को बधाई दी और कहा
कि इनसे उनकी प्रतिभाओं को अभिव्यक्ति मिलती है.
इन नाटकों को
उपस्थित दर्शकों प्रेम बिहारी मिश्र,जसबीर सिंह,कैप्टन एस.एस.मान,प्रो के
कानन,बिनीता मलिक,जयश्री कानन,जे.पी.ध्यानी और डी.सी.माथुर आदि ने विशेष रूप से
सराहा और आयोजन के लिए विश्वविद्यालय के उपकुलपति,रजिस्ट्रार और डॉ प्रसन्नांशु की
प्रशंसा की.
Sunday, November 17, 2013
Ashok Lav : Multifaceted Literary Personality /Dwarka Parichay
Dr Makhan Lal Das
Ashok Lav is a multifaceted personality. He is a well-known academician, poet, writer, critic, journalist and social worker.He was born in a Mohyal Brahmin family . He was conferred with Ph.D. and D. Lit. degrees for his outstanding contribution in the fields of Hindi literature .
He joined teaching profession and continued to do so with full devotion
and dedication for nearly thirty years. Teaching was his profession but
writing remained his passion. He has tried his hands in almost all
areas of Hindi Literature and has been successful in creating a niche
for himself wherever he did. His first writing was a children one-act
play was published .It was in the year 1963 when he was in the school.
He has been writing since then and the flow of writings has never
stopped. His published works have already touched the century mark which
includes both educational and literary creations. As a successful
academician he has written a large number of text-books for students of
all standards. He has worked on almost all modes of prose and has done
exceedingly well in that. His Short stories, Laghukatha, novel, short
stories, interviews, reviews, essays and articles, drama etc. have been
of the highest quality and are very well received in the Hindi literary
circles. In fact he played a historical role in establishing Laghukatha
as a distinct form of writing. He has initiated discussions on various
forums like radio, television, literary circles etc on different aspects
of Laghukatha. Ashok Lav is considered as a senior and leading
exponent of Hindi Laghukatha and ‘Salaam Dilli’, a collection of his
Laghukatha is considered to be a historic document on this.
Ashok Lav has seriously worked on the much neglected area of interviews too. ‘Hindi Ke Pratinidhi Sahityokaron Se Sakshatkaar’ is his greatest gift to Hindi literature in this line. While ceremonially releasing the book, Vice-President of India Dr. Shankar Dayal Sharma called it a unique creation in this much neglected area of literature. These interviews were serially published in ‘Dainik Hindustan’, a Hindi daily of repute. His novel ‘Shikharon Se Age’ has been a subject of research. This novel depicts the modern Indian society vividly covering almost all the aspects. Four students have received M. Phil. degrees for their research works based on this novel. Some other well acclaimed works of Ashok Lav included Pattharon Se Bandhe Pankh ( Collection of short stories), Anubhooatiyon Ki Aahten ( Collection of Poems), Tutate Chakrvyuh ( ed-collection of Poems), Band Darwazon Par Dastaken (ed- collection of Lakhukatha), Chanakya Neeti (edited), Prem Chand Ki Lokpriya Kahaniyan, Prem Chand Ki Sarvottam
Kahaniyan, Yug Pravartak Mahapurush, Yug Nayak Mahapurush, Madhu Parag , Phulwaree and Mahak , Kholo Apne Baste Jee and Jhumen-Nachen-Gayen (Children rhyms) etc.. Ladkiyan Chhoona Chahtee Hain Aasman, ceremonially released by Mrs. Shila Dixit, Chief Minister of Delhi, is his latest collection of poems. Four students had done M.Phil on this book.
Ashok Lav has seriously worked on the much neglected area of interviews too. ‘Hindi Ke Pratinidhi Sahityokaron Se Sakshatkaar’ is his greatest gift to Hindi literature in this line. While ceremonially releasing the book, Vice-President of India Dr. Shankar Dayal Sharma called it a unique creation in this much neglected area of literature. These interviews were serially published in ‘Dainik Hindustan’, a Hindi daily of repute. His novel ‘Shikharon Se Age’ has been a subject of research. This novel depicts the modern Indian society vividly covering almost all the aspects. Four students have received M. Phil. degrees for their research works based on this novel. Some other well acclaimed works of Ashok Lav included Pattharon Se Bandhe Pankh ( Collection of short stories), Anubhooatiyon Ki Aahten ( Collection of Poems), Tutate Chakrvyuh ( ed-collection of Poems), Band Darwazon Par Dastaken (ed- collection of Lakhukatha), Chanakya Neeti (edited), Prem Chand Ki Lokpriya Kahaniyan, Prem Chand Ki Sarvottam
Kahaniyan, Yug Pravartak Mahapurush, Yug Nayak Mahapurush, Madhu Parag , Phulwaree and Mahak , Kholo Apne Baste Jee and Jhumen-Nachen-Gayen (Children rhyms) etc.. Ladkiyan Chhoona Chahtee Hain Aasman, ceremonially released by Mrs. Shila Dixit, Chief Minister of Delhi, is his latest collection of poems. Four students had done M.Phil on this book.
Ashok Lav has been a successful journalist too. He has edited many
journals and magazines till date. He has been serving as the editor of
the Hindi Edition of Mohyal Mitter for last twenty seven years. This
is one of the longest continuously published magazines of India
established in 1891. He was awarded with the ‘ Acharya Vijyendra Snatak
Smriti Samman’(2013),Hindi Sahitya Sevi Samman(2013) and ‘Yagyavalkya
Patrakarita Puraskaar’ (2012) for his outstanding contribution towards
Hindi journalism. For his exploits in the field of Hindi Literature,
Ashok Lav has received awards/citations/honors from more than sixty
institutions/organizations so far. Among them are Surya Kant Tripathi
Nirala Samman, Creative Foundation Awarad, Mohyal Gaurav Samman, Kabir
Samman, Premchand Smriti Samman, Avantika Sahitya Samman, Rashtriya
Hindi Sevi Samman etc. to name a few. He has been ordained with titles
like Sahitya Shree, Patrakaar Ratna, Sahityalankar , Mohyal Shri etc.
Ashok Lav is residing at Surya Apartments, Dwarka, New Delhi. He has been actively involved in social activities in addition to his literary works.This simple, adorable writer and poet has touched and inspired many a lives and I am fortunate enough to be one of them. -Dr Makhan Lal Das, Director (Academics), Chartered Institute of technology, Abu Road( Rajasthan)
Ashok Lav is residing at Surya Apartments, Dwarka, New Delhi. He has been actively involved in social activities in addition to his literary works.This simple, adorable writer and poet has touched and inspired many a lives and I am fortunate enough to be one of them. -Dr Makhan Lal Das, Director (Academics), Chartered Institute of technology, Abu Road( Rajasthan)
DWARKA PARICHAY:16November 2013
Pratibhashalee Mohyal Students Honoured on 17th Nov 2013
Dr Ashok Lav addressing the audience.Photographs of 106 students |
Friday, November 15, 2013
Honour For Pratibhashalee Mohyal Students on 17th Nov 2013
106 Pratibhashalee Mohyal Students will be honored by General Mohyal Sabha.Venue of the function is -
A-9, Qutab Institutional Area,USO Road,Jeet Singh Marg,New Delhi-110067.Contact of GMS office is-011-26560456
Go to this link for more informations-
: http://www.radiodwarka. com/event/mohyal-sabha- secretary-ashok-lav-in-a-ch/ 1614
A-9, Qutab Institutional Area,USO Road,Jeet Singh Marg,New Delhi-110067.Contact of GMS office is-011-26560456
Go to this link for more informations-
: http://www.radiodwarka.
Thursday, November 14, 2013
Children's Day : Listen Poet Ashok Lav on Radio Dwarka
Hindi poet Dr Ashok Lav recites his poems on Radio Dwarka on 14th November 2013. Please listen his poems for children just CLICK on this link and enjoy--
http://radiodwarka.com/ entertainment/ashok-lav- recites-poems-for-radio- dwarka/1619
http://radiodwarka.com/
Monday, November 11, 2013
Salman Khan and Katrina Kaif Great Artists
Katrina
Kaif is a British Indian film actress and model. She is primarily known
for her work in Bollywood films, though has also appeared in Telugu and
Malayalam films.
Salman
Khan is an Indian film actor, producer, television presenter, and
philanthropist.
The son of actor and screenwriter Salim Khan, Khan began
his acting career with Biwi Ho To Aisi
Height: 1.74 m
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